Upsarg ki paribhasha | उपसर्ग की परिभाषा और 10 उदाहरण

प्रिय पाठक! स्वागत है आपका the eNotes : Shorts के एक नए आर्टिकल में, इस आर्टिकल में हम Upsarg ki paribhasha-उपसर्ग की परिभाषा पढेंगे, साथ ही हम कुछ महत्त्वपूर्ण उपसर्ग की लिस्ट भी देखेंगे, इससे पहले हमने 100 से अधिक तत्सम और तद्भव शब्द की लिस्ट पढ़ा था।

Upsarg ki paribhasha

उपसर्ग की परिभाषा – Upsarg ki paribhasha

उपसर्ग शब्द ‘उप’ तथा ‘सर्ग’ शब्द से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है समीप आकर नया शब्द बनाना। अर्थात जो शब्दांश शब्दों के आदि (शुरुआत) में जुड़कर उनके अर्थ में कुछ विशेषता लाते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं।

Upsarg ki paribhasha को ध्यान से देखने पर आप पाएंगे कि उपसर्ग संधि की तरह होता है लेकिन इनमे कुछ मुख्य अंतर होता है, जैसे कि उपसर्ग का कोई अर्थ नहीं होता है, यह दुसरे शब्दों की शुरुआत में जुड़ कर नये शब्द की रचना करता है। उपसर्ग के बारे में विस्तार से पढ़ें

उपसर्ग के प्रकार-Upsarg ke prakar

उपसर्ग तीन 3 प्रकार के होते हैं।

  • संस्कृत के उपसर्ग 
  • हिंदी के उपसर्ग 
  • आगत उपसर्ग

10 महत्त्वपूर्ण उपसर्ग की लिस्ट

उपसर्गअर्थउपसर्ग से बने नये शब्द
अतिअधिक/परेअतिशीघ्र , अत्युक्ति
निकमीनिडर, निहत्था, निकम्मा
विविशेष/अभावविज्ञान, वियोग, विजय
अधिश्रेष्ठ/अधिकअधिकार, अधिपति
अपबुरा/हीनअपयश, अपमान, अपकार
उपनिकट/सदृशउपदेश, उपवन, उपमंत्री
अ/अनअभाव/निषेधअभाव, अटल, अनपढ़, अनबन
नाअभावनापसंद, नासमझ, नालायक
सरमुख्यसरपंच, सरताज, सरकार
गैरनिषेधगैरकानुन, गैरमुल्क, गैरहाजिर

Conclusion- इस आर्टिकल में अपने उपसर्ग की परिभाषा पढ़ा है,   हमे उम्मीद है कि आपको यह जानकारी आवश्य समझ आई होगी। अगर समझने में किसी प्रकार की समस्या आ रही हो तो विडियो देखें । इस लेख के बारे में अपने विचार कमेंट करें। तथा उपसर्ग के बारे में विस्तार से पढने के लिए क्लिक करें

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