प्रिय पाठक! स्वागत है आपका the eNotes : Shorts के एक नए आर्टिकल में, इस आर्टिकल में हम पढेंगे कि Ling kitne prakar ke hote hain – लिंग कितने प्रकार के होते हैं, साथ ही हम कुछ महत्त्वपूर्ण उपसर्ग की लिस्ट भी देखेंगे, इससे पहले हमने 100 से अधिक तत्सम और तद्भव शब्द की लिस्ट और उपसर्ग तथा प्रत्यय के बारे में पढ़ा था।
जैसा की हम सभी जानते हैं कि, शब्द के जिस रूप से यह पता चले की, वर्णित वस्तु या मानव पुरुष जाती का है, अथवा स्त्री जाती का लिंग कहलाता है। लिंग के द्वारा संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण आदि शब्दों के जाती का बोध होता है। तो आइये लिंग के प्रकार पढ़ते हैं-
Ling kitne prakar ke hote hain – लिंग के प्रकार
हिन्दी व्याकरण में दो (2) प्रकार के लिंग होते हैं –
- पुल्लिंग
- स्त्रीलिंग
पुल्लिंग-स्त्रीलिंग के 10 उदाहरण
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
आयुष्मान | आयुष्मती |
स्वामी | स्वामिनी |
शिष्य | शिष्या |
युवक | युवती |
बंदर | बंदरिया |
पुत्र | पुत्री |
पाठक | पाठिका |
पंडित | पंडिताइन |
नाग | नागिन |
दर्शक | दर्शिका |
Conclusion- इस आर्टिकल में आपने जाना की (Ling kitne prakar ke hote hain) लिंग कितने प्रकार के होते हैं। हमे उम्मीद है कि आपको यह जानकारी आवश्य समझ आई होगी। अगर समझने में किसी प्रकार की समस्या आ रही हो तो विडियो देखें । इस लेख के बारे में अपने विचार कमेंट करें। तथा लिंग के बारे में विस्तार से पढने के लिए क्लिक करें-
3 thoughts on “Ling kitne prakar ke hote hain – लिंग कितने प्रकार के होते हैं”